Bihar चुनाव से पहले Congress-RJD में ठनी! JPC बिल पर अलग राह, विपक्षी एकता पर संकट
- Ankit Rawat
- 25 Sep 2025 12:11:32 AM
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में दरार पड़ती दिख रही है। संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, जो PM, CM और मंत्रियों को 30 दिन की जेल के बाद अयोग्य ठहराने की बात करता है, ने विपक्ष को दो खेमों में बांट दिया। कांग्रेस इसकी जांच के लिए बनी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में शामिल होने को तैयार है, जबकि RJD ने इसे “BJP का ड्रामा” बताकर बहिष्कार का ऐलान किया। ये टकराव बिहार की सियासत में नए समीकरण बना सकता है।
JPC पर कांग्रेस का यू-टर्न
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को बताया कि कांग्रेस ने JPC के लिए नाम भेजने का वादा किया है। NCP की सुप्रिया सुले भी समिति में शामिल होंगी। पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि सरकार JPC का इस्तेमाल बिल पास करने के लिए कर रही है, इसलिए बहिष्कार हो सकता है। लेकिन अब कांग्रेस का रुख बदला दिख रहा है। पार्टी खुद को जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर पेश करना चाहती है, ताकि बिहार चुनाव में अपनी अलग पहचान बना सके।
RJD की नाराजगी, विपक्ष में फूट
RJD, TMC, सपा, शिवसेना (UBT) और AAP ने JPC का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया। RJD का कहना है कि BJP के बहुमत वाली समिति में विपक्ष की बात नहीं सुनी जाएगी। RJD सांसद मनोज झा ने इस बिल को “सियासी हथकंडा” बताया, जिसका इस्तेमाल विपक्षी सरकारों को अस्थिर करने के लिए हो सकता है। RJD को डर है कि कांग्रेस का ये कदम बिहार में INDIA गठबंधन की एकजुटता को कमजोर करेगा।
बिहार में सियासी दांव
बिहार में कांग्रेस और RJD लंबे समय से गठबंधन में हैं, लेकिन सीट बंटवारे और CM उम्मीदवार को लेकर पहले ही तनाव है। कांग्रेस 50-60 सीटें चाहती है, जबकि RJD ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं। कांग्रेस के इस JPC कदम को जानकार बिहार में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश मान रहे हैं। राहुल गांधी की बिहार में लगातार रैलियां और दलित वोटों पर फोकस भी इसी रणनीति का हिस्सा है।
क्या होगा असर?
RJD के तेजस्वी यादव “नई राजनीति” की बात कर रहे हैं, जिसमें विकास और युवाओं पर जोर है। लेकिन JPC पर कांग्रेस का अलग रुख गठबंधन की एकता पर सवाल उठा रहा है। अगर ये दरार गहरी हुई, तो NDA को फायदा हो सकता है, जो 2020 में 127 सीटों के साथ मजबूत थी। बिहार के मतदाता और विपक्षी एकता पर नजर रखने वाले अब कांग्रेस के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। क्या कांग्रेस अपनी अलग राह बनाएगी, या RJD के साथ तालमेल बिठाएगी? 2025 का चुनाव बताएगा।
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