UP PGT 2022 परीक्षा चौथी बार टली, Akhilesh Yadav ने उठाए बड़े सवाल, कह डाली बड़ी बात, कुछ तो है जिसकी...
- Ankit Rawat
- 30 Sep 2025 11:23:18 PM
यूपी में PGT 2022 परीक्षा फिर स्थगित हो गई है. इस बार चौथी बार परीक्षा टली और इससे छात्रों के साथ-साथ पूरे शैक्षिक तंत्र में नाराजगी है. परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर को होने वाली थी, लेकिन यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESC) ने इसे स्थगित कर दिया. इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ा सवाल उठाया है.
अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अखिलेश यादव ने लिखा कि जब आयोग समय पर परीक्षाएं आयोजित नहीं कर पा रहा है तो इसे भंग क्यों नहीं किया जाता. उन्होंने परीक्षा स्थगित करने के लिए बताए गए “अपरिहार्य कारणों” पर भी सवाल उठाए. उनके अनुसार जनता को इन कारणों की जानकारी देना जरूरी है और पारदर्शिता ही व्यवस्था में विश्वास बनाए रखती है. उन्होंने कहा, “कुछ तो है जिसकी पर्दादारी की जा रही है.” अखिलेश यादव का मानना है कि परीक्षा स्थगित होने से केवल परीक्षार्थियों का ही नहीं बल्कि पूरे शैक्षिक तंत्र और समाज का भरोसा प्रभावित होता है. उनका जोर है कि आयोग की जवाबदेही तय होनी चाहिए और छात्रों को समय पर परीक्षा देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए.
UPSESC अध्यक्ष का इस्तीफा
PGT परीक्षा एक बार फिर रद्द होने से कुछ ही दिन पहले UPSESC की अध्यक्ष प्रोफेसर कीर्ति पांडेय ने इस्तीफा दे दिया. गोरखपुर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर पांडेय को 2 सितंबर 2024 को UPSESC का अध्यक्ष बनाया गया था. उन्होंने अपने इस्तीफे की वजह निजी कारण बताया, लेकिन सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी कामकाज से खुश नहीं थे.
परीक्षा स्थगित होने का दिख रहा असर
PGT परीक्षा के स्थगित होने से छात्रों में चिंता और असंतोष है. छात्र महीनों से तैयारी कर रहे थे और बार-बार स्थगन ने उनकी मेहनत और आत्मविश्वास पर असर डाला है. इस बार चौथी बार परीक्षा स्थगित होने से छात्र सोशल मीडिया पर आक्रोश जता रहे हैं. छात्रों का कहना है कि बार-बार स्थगित करने से उनका भविष्य प्रभावित होता है और उनके करियर की योजना डगमगा जाती है. शैक्षिक विशेषज्ञों का मानना है कि UPSESC को पारदर्शी तरीके से परीक्षा स्थगित करने के कारणों की जानकारी देनी चाहिए. इससे न केवल छात्रों का भरोसा बना रहेगा बल्कि पूरे शैक्षिक तंत्र की विश्वसनीयता भी सुरक्षित रहेगी.
अखिलेश यादव का संदेश
अखिलेश यादव का कहना है कि समय पर परीक्षा आयोजित न कर पाने वाली संस्थाओं की जवाबदेही तय होना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा स्थगित होने की वजहों को गुप्त रखना उचित नहीं है. उनका मानना है कि इस मुद्दे पर छात्रों, अभिभावकों और समाज को जवाब मिलना चाहिए.
बता दें कि UP PGT 2022 परीक्षा का बार-बार स्थगित होना छात्रों के लिए चिंता का कारण बन गया है. इस बीच अखिलेश यादव ने सार्वजनिक रूप से सवाल उठाकर आयोग और सरकार की जवाबदेही पर जोर दिया है. छात्रों की तैयारी और भरोसे को बनाए रखने के लिए समय पर परीक्षा आयोजित करना जरूरी है. UPSESC और राज्य सरकार के सामने चुनौती यह है कि वे पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ इस परीक्षा को आयोजित करें ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे और शिक्षा प्रणाली पर विश्वास बना रहे.
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