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कांग्रेस में मच गई हलचल, मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर सामने आई ऐसी खबर की बढ़ गई टेंशन

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सेहत को लेकर  राजनीतिक हलकों में चर्चा चल रही है। 83 साल के खड़गे को तेज बुखार और पैर दर्द की शिकायत के बाद बेंगलुरु के एमएस रमैया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पार्टी के करीबी सूत्र बता रहे हैं कि डॉक्टर्स पूरी टीम के साथ उनकी निगरानी कर रहे हैं। अच्छी बात ये है कि खड़गे की हालत पूरी तरह स्थिर है और कोई गंभीर खतरा नहीं दिख रहा। लेकिन ये खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर कांग्रेस समर्थक खड़गे के जल्द स्वस्थ होने की दुआएं मांगने लगे। 

एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मंगलवार रात से ही बुखार चढ़ा जिसके बाद उनकी सेहत को देखते हुए उनको तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा। डॉक्टरों ने कहा है कि कुछ टेस्ट कर पूरी जांच के बाद ही उनको डिस्चार्ज किया जाएगा। 

#GetWellKhargeSoon कर रहा ट्रेंड
राज्यसभा में विपक्ष के नेता होने के नाते उनकी सेहत पर सबकी नजर टिकी हैं। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने तुरंत उनका इलाज शुरू कर दिया। अभी वो सामान्य वार्ड में हैं और आराम कर रहे हैं। पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि चिंता की कोई बात नहीं बस रूटीन चेकअप है। सोशल मीडिया पर #GetWellKhargeSoon जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई नेता अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना। खड़गे के बेटे प्रियंक खरगे जो कर्नाटक सरकार में मंत्री हैं वो भी लगातार अपडेट ले रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक बुखार सामान्य है लेकिन उम्र को देखते हुए सावधानी बरतनी पड़ेगी।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही बिहार के पटना में कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक हुई थी। जिसमें खड़गे ने खुद इस बैठक की अगुवाई की और सदाकत आश्रम में कई बड़े नेताओं के साथ विचार विमर्श किया। बैठक के दौरान खरगे ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों की वजह से देश अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुश्किलों का सामना कर रहा है। इस दौरान उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर भी सवाल उठाए। ये बैठक बिहार चुनाव की रणनीति पर केंद्रित थी। खरगे की स्पीच सुनकर कार्यकर्ता गदगद हो गए थे। बैठक के बाद वो बेंगलुरु लौटे और अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई।पार्टी नेता बता रहे हैं कि खड़गे की हालत देखकर सब दुखी हैं लेकिन जल्द रिकवर करने का उनको भरोसा है।

खरगे का राजनीतिक सफर
मल्लिकार्जुन खड़गे का पूरा नाम मपन्ना मल्लिकार्जुन खड़गे है। कर्नाटक के बिदर जिले में 21 जुलाई 1942 को जन्मे खड़गे दलित परिवार से आते हैं। राजनीति में आने से पहले वो वकील थे। करियर की शुरुआत कर्मचारी यूनियन लीडर के रूप में की। 1972 में कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए और 2008 तक कई बार विधायक रहे। 1996 से 1999 तक विपक्ष के नेता रहे। 2005 से 2008 तक कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी। केंद्र में यूपीए सरकार के दौरान रेल मंत्री और श्रम मंत्री का दायित्व संभाला। वो 2009 से 2019 तक गुलबर्गा से लोकसभा सांसद रहे। अब कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं। 2022 में सोनिया गांधी के बाद खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बने। मौजूदा समय में राज्यसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर संसद में बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हैं। उनके अनुभव की वजह से पार्टी के बड़े फैसले उनकी सलाह पर होते हैं। खड़गे की सादगी और साहस ने उन्हें युवा नेताओं का चहेता बना दिया।

कांग्रेस के कई बड़े नेता उनकी तबियत को लेकर चिंता में हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि खड़गे जल्द ठीक होकर वापस आएंगे। प्रियंका गांधी ने भी यही कामना की है। कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहे हैं जहां खड़गे जोश भरे भाषण दे रहे हैं। डॉक्टरों ने कहा है कि कुछ दिन अस्पताल में उनको रहना पड़ेगा लेकिन खतरा टल चुका है। खड़गे को 7 अक्टूबर को नागालैंड जाना है जहां रैली को संबोधित करना है। पार्टी उम्मीद कर रही है कि वो जल्द फिट हो जाएंगे। ये घटना कांग्रेस को एकजुट कर रही है। सबकी नजर अब अस्पताल के अगले अपडेट पर है। खरगे की सेहत सुधरने की खबर से राहत मिलेगी।

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