अब बिहारी होना गर्व की बात.... Nitish का बड़ा बयान, Amit Shah का बड़ा वादा, Bihar में सियासी संग्राम तेज!
- Ankit Rawat
- 01 Nov 2025 05:15:14 PM
बिहार में विधानसभा चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है और इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक भावुक अपील के साथ जनता से एनडीए को फिर से मौका देने की गुजारिश की है। नीतीश ने कहा कि आज “बिहारी होना गर्व की बात” है और ये बदलाव पिछले दो दशकों में हुए विकास की वजह से आया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा राज्य के विकास को प्राथमिकता दी और कभी अपने परिवार के लिए राजनीति नहीं की।
नीतीश बोले– विकास मेरी पहचान, परिवारवाद नहीं
वीडियो संदेश में नीतीश कुमार ने कहा कि नवंबर 2005 में जब उनकी सरकार बनी थी, तब बिहार में कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब थी। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा बिहार को आगे बढ़ाने के लिए काम किया। आज राज्य में सड़कों से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य तक हर क्षेत्र में सुधार हुआ है। अब बिहारी होना गर्व की बात है। मैं लोगों से अपील करता हूँ कि मुझे सेवा का एक और मौका दें ताकि विकास का ये सिलसिला जारी रहे।”
खेसारी लाल बोले– लालू का दौर बेहतर था, आज इंसानियत मर रही है
इसी बीच छपरा से आरजेडी उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने भी एक बयान देकर सियासी माहौल को गरमा दिया। उन्होंने कहा, “लालू का जंगलराज बेहतर था। लोग पैसे देकर अपना काम निकाल लेते थे। आज इंसानियत खत्म हो गई है। कोई नेता गलत नहीं, लोग गलत हैं।” खेसारी ने आगे कहा, “बात हत्या या अपहरण की नहीं, बल्कि रोज़गार की है। अगर हमें रोजगार मिल जाए तो अपराध खुद खत्म हो जाएगा। जब लोगों के पास काम होगा, तो उन्हें गलत रास्ता अपनाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।”
अमित शाह का वादा– फिर चलेंगी चीनी मिलें
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गोपालगंज में एनडीए की रैली को वर्चुअली संबोधित किया। खराब मौसम की वजह से उनका हेलीकॉप्टर पटना से उड़ान नहीं भर सका, लेकिन उन्होंने वीडियो लिंक के ज़रिए जनता से बात की। शाह ने कहा, “जंगलराज के दौर में बिहार की चीनी मिलें बंद हो गईं। एनडीए की सरकार बनेगी तो पांच साल के अंदर हर बंद चीनी मिल को फिर से चालू किया जाएगा।” उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार आज जिस मुकाम पर है, वो एनडीए की संयुक्त मेहनत का नतीजा है।
बता दें कि नीतीश की अपील, खेसारी के बयान और अमित शाह के वादे ने बिहार की राजनीति को और दिलचस्प बना दिया है। एक तरफ एनडीए विकास के नाम पर वोट मांग रहा है, तो दूसरी तरफ आरजेडी बेरोजगारी और जनभावना पर दांव लगा रही है। आने वाले दिनों में बिहार की सियासी जंग और भी गर्म होने वाली है।
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