सिराज जैसा कोई नहीं! 2025 का बेमिसाल नंबर‑1 गेंदबाज़, जानिए कामयाबी की कहानी
- Shubhangi Pandey
- 03 Oct 2025 03:49:41 PM
जहां दुनियाभर के बहुत से तेज गेंदबाज़ वर्कलोड को लेकर परेशानी जाहिर करते रहते हैं, वहां मोहम्मद सिराज ने एक अलग ही राह चुनी हुई है। साल 2021 से 2025 तक के चार सालों में उन्होंने 500 ओवर से ज़्यादा गेंदबाज़ी की है। सबको इस बात का अंदाज़ा भी नहीं था कि इतनी ज़्यादातर गेंदबाज़ी का बोझ वह इतनी मजबूती से उठाएंगे। सिराज ने ये साबित कर दिया कि मैदान पर उनका उत्साह, समर्पण और मेहनत ने उन्हें इस काबिल बना दिया कि उन्होंने इन चुनौतियों को आसानी से पार कर डाला।
से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
इंग्लैंड में सिराज की धाकड़ गेंदबाज़ी
इंग्लैंड दौरे की अगर बात करें तो सबसे बड़ी कहानी सिराज की है। इस दौरान पांचों टेस्ट मैचों में उन्होंने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया और 23 विकेट झटके। कुल मिलाकर उन्होंने लगभग 185 ओवर गेंदबाज़ी की। साथ ही साथ उन्होंने विकेटों के साथ लगातार दबाव बनाये रखा। खासकर बॉलिंग स्पेल्स में जिसमें उन्होंने टॉप ऑर्डर को भी चौंकाया है। गौर करने वाली बात है कि ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि एक तेज़ गेंदबाज़ी का आगाज है जिसने टीम इंडिया को मज़बूत स्थिति में खड़ा कर दिया।
WTC चार्ट में शीर्ष स्थान पर बनाई पकड़
2025 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में सिराज ने 30 विकेट लेकर बेंचमार्क स्थापित कर दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क जैसे नामी गेंदबाज़ों को पीछे छोड़ा है। अहमदाबाद टेस्ट मैच में उन्होंने 4 विकेट लिए हैं और उसी से उन्होंने विरोधियों की पारी को तहस नहस कर दिया है। इस तरह सिराज कई सालों से भरोसेमंद गेंदबाज़ की तरह सामने आये हैं।
200 इंटरनेशनल विकेट का मील का पत्थर
इससे पहले सिराज ने एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ते हुए 200+ अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे कर लिए हैं। तीनों फ़ॉर्मैट मिलाकर उनका विकेटों का आंकड़ा अब 200 से ऊपर है। खास बात ये है कि इस मुकाम तक पहुंचने का सफ़र आसान नहीं रहा क्योंकि चोट, दबाव और अपेक्षाएं हर मोड़ पर थीं। लेकिन सिराज ने कभी भी हार नहीं मानी। उन जैसा युवा खिलाड़ी कम ही दिखता है जिसने आंकड़े और आत्मविश्वास दोनों को साथ रखा हो।
बुमराह के न होने पर सम्भाली जिम्मेदारी
जब जसप्रीत बुमराह मैदान पर नहीं होते तो सिराज खुद मोर्चा संभालते हैं। उनके आंकड़े बताते हैं कि बिना बुमराह की मौजूदगी में भी सिराज का प्रदर्शन घटा नहीं बल्कि और निखरा है। 2025 में सिराज ने 213.3 ओवर गेंदबाज़ी की है जबकि बुमराह ने 129.4 ओवर। ये फर्क सिराज की स्थिति को और महत्वपूर्ण बनाता है कि टीम को भरोसेमंद खिलाड़ी चाहिए और उनमें सिराज प्रमुख है।
मेहनत, समर्पण और लगातार सुधार
सिराज की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो सोचते हैं कि सीमित संसाधन या चुनौतियां आपको पीछे कर सकती हैं। वो मैदान पर हर गेंद ऐसे फेंकते हैं कि जैसे आखिरी हो। समर्पण के साथ आंकड़ों से ज़्यादा जुनून से उनकी गेंदबाजी दिखाई देती है। जब कोई युवा खिलाड़ी मैदान पर उतरकर लगातार मेहनत करता है, उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और टीम को भी वो सपोर्ट मिलता है जो बड़े मुकाबलों में काम आता है।
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