India ने किया POK की ज्यादती का कड़ा विरोध, Pakistan को दिखाया उसका आयना
- Ankit Rawat
- 03 Oct 2025 05:47:09 PM
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके में जारी विरोध प्रदर्शनों और वहां पाकिस्तानी फौज की बर्बरता को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। मंत्रालय ने साफ कहा है कि पीओके में हो रहे दमन के पीछे पाकिस्तान की गलत नीतियां हैं। भारत ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को वहां के मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
पीओके में दमन और ज्यादती की वजह क्या है?
विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीओके में पाकिस्तान की सरकार स्थानीय लोगों की आवाज दबा रही है। वहां के संसाधनों का शोषण और जनता पर अत्याचार की खबरें लगातार आ रही हैं। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने पीओके पर कब्जा जबरन और गैरकानूनी तरीके से किया हुआ है। इस काबू की कोशिश दुनिया के सामने पूरी तरह उजागर हो रही है। भारत ने इन ज्यादतियों पर चिंता जताई और कहा कि ये हालात पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों का सीधा परिणाम हैं।
बांग्लादेश के आरोपों पर भारत का पलटवार
इसी बीच विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के गृह सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के कुछ आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद करार दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि ये आरोप झूठे हैं और बांग्लादेश सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए दूसरे देशों पर दोष मढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ढाका को चाहिए कि वह अपने देश में गंभीरता से जांच करे कि कैसे उग्रवादी समूह वहां अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले कर रहे हैं, आगजनी कर रहे हैं और जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। भारत ने इस मामले में साफ किया कि वह बांग्लादेश की आंतरिक समस्याओं को समझता है लेकिन झूठे आरोपों को बर्दाश्त नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश पहले अपने भीतर सुधार करेगा।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का भारत दौरा
वहीं विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी को 9 से 16 अक्टूबर तक भारत दौरे की छूट मिल गई है। इस संबंध में और अपडेट भी जल्द साझा किए जाएंगे।
बिश्नोई गिरोह पर खास चर्चा
बताया गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नताली ड्रइन से मुलाकात कर आतंकवाद और संगठित अपराध पर चर्चा की। बैठक में बिश्नोई गिरोह से जुड़ी चुनौतियों पर बात हुई। दोनों पक्षों ने आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने और खुफिया जानकारी साझा करने पर जोर दिया। मुलाकात में यह तय किया गया कि दोनों देश मिलकर सीमा पार अपराध और गैंगस्टर नेटवर्क पर काबू पाएंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत और कनाडा इन मुद्दों पर लगातार संपर्क में हैं और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि पीओके में पाकिस्तान के दमनकारी रवैये और मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर भारत बेहद गंभीर है। साथ ही बांग्लादेश की आलोचना करते हुए कहा कि झूठे आरोपों से ध्यान भटकाना ठीक नहीं। वहीं अफगान विदेश मंत्री के भारत दौरे और भारत-कनाडा सुरक्षा सहयोग ने साफ किया कि भारत क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा को लेकर गंभीर है।
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