क्या भारतीय क्रिकेट टीम में नहीं है संवेदनशीलता, आखिर क्यों Ashwin ने कह दी इतनी बड़ी बात? जानें एक क्लिक में
- Ankit Rawat
- 20 Oct 2025 06:30:55 PM
भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के बीच संवादहीनता पर खुलकर बात की और ज्यादा पारदर्शिता की मांग की। उन्होंने मोहम्मद शमी की हालिया टिप्पणी का उदाहरण देते हुए कहा कि इनडायरेक्ट बातचीत अक्सर भ्रम पैदा करती है। उन्होंने मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की स्थिति को पेशेवर तरीके से संभालने की भी प्रशंसा की।
क्या है मामला?
उत्तराखंड के खिलाफ बंगाल के रणजी ट्रॉफी मैच से पहले शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे मैचों के लिए नज़रअंदाज़ किए जाने पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की थी । शमी ने कहा था कि अगर वह रणजी ट्रॉफी के लिए फिट होते तो 50 ओवरों का क्रिकेट भी खेल सकते थे। अगरकर ने इंग्लैंड दौरे से शमी की अनुपस्थिति पर अपना रुख़ स्पष्ट करते हुए कहा कि फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण इस अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ पर विचार नहीं किया गया। बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता ने बताया कि उन्होंने शमी के साथ कई बार चर्चा की थी और ज़ोर देकर कहा था कि अगर यह गेंदबाज़ फिट होता तो उसका चयन तय था।
भारतीय टीम में संवाद की कमी!
पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले अश्विन ने स्वीकार किया कि भारतीय क्रिकेट में संवाद अक्सर अप्रत्यक्ष माध्यमों से होता है। उनका मानना है कि खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं दोनों की ओर से इस संस्कृति को बदलने की जरूरत है।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "मैं एक बात साफ तौर पर कहूंगा कि भारतीय क्रिकेट में सब कुछ अप्रत्यक्ष चलता है। मैं वास्तव में चाहता हूं कि इसमें बदलाव हो। इसे खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं दोनों की तरफ से बदलना होगा। मैंने देखा है कि अगर कुछ अप्रत्यक्ष कहा जाता है तो वह खबरों में आ ही जाता है।"
"मुझे अगरकर का तरीका बहुत अच्छा लगा"
अश्विन ने शमी की हालिया टिप्पणियों पर खुलकर बात की। यह सुझाव देते हुए कि इनडायरेक्ट बातचीत की वजह से तेज गेंदबाज ने अपनी बात रखी। साथ ही उन्होंने मुख्य चयनकर्ता अगरकर की इस मुद्दे को प्रोफेशनल तरीके से संभालने की प्रशंसा भी की।
अश्विन ने कहा, "देखिए शमी ने क्या किया। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात की इसमें कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन वह यह सब क्यों कह रहे हैं? क्योंकि उनके पास स्पष्टता नहीं है। लेकिन मुझे अजीत अगरकर का यह तरीका बहुत पसंद आया। मुझे उम्मीद है कि वह फोन कॉल हो चुका होगा।"
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